इंजीनियरिंग में अपना भविष्य बनाने वाले छात्रों के लिए आईआईटी या भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रवेश पाना सपनों को हकीकत में बदलने जैसा होता है। कई वर्षों की मेहनत के बाद लाखों बच्चे जेईई यानि जॉइंट इंजीनियरिंग एग्जामिनेशन में बैठते हैं। इनमें से लगभग 11 हजार बच्चों ही देश के सर्वोत्तम इंजीनयरिंग संस्थानों में ही प्रवेश पा पाते हैं। इंजीनियरिंग में अपना भविष्य देखने वाले छात्र आईआईटी के अलावा और क्या विकल्प चुन सकते हैं आइए देखते हैं।
हमारे देश में कुल 23 आईआईटी यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैं, जिनमें कुल 11,289 सीटें हैं। जबकि इस साल सितंबर, 2020 में हुए जेईई (जॉइंट इंजीनियरिंग एग्जामिनेशन) में पंजीकरण कराने वाले छात्रों की संख्या 8,58,273 है। ऐसे में कई छात्रों के दिलो-दिमाग में सवाल उठते हैं कि कैस उन्हें अपने मनपसंद संस्थान में प्रवेश मिलेगा? या फिर आईआईटी के अलावा उनके पास और क्या विकल्प मौजूद हैं।
अगर विकल्प की बात करें तो आईआईटी के बराबर तो नहीं, लेकिन देश-विदेश में इंजीनियरिंग क्षेत्र में अच्छी पहचान बना चुके कई अन्य सरकारी और निजी संस्थान और विश्वविद्यालय भी हैं।
इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए अन्य विकल्प
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी): देशभर में इसके 30 संस्थान हैं, जिनमें तकरीबन 19000 सीटें इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए हैं। इनमें भी पहला स्थान तिरूचिरापल्ली (814 सीटें) का है, दूसरा सूरथकाल (740 सीटें) और तीसरा स्थान वारंगल (740 सीटें) का है।
- बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस या बीआईटीएस पिलानी को आईआईटी या एनआईटी के बराबर ही माना जाता है। इंजीनियरिंग के लिहाज से शिक्षा की गुणवत्ता और उसके मानक किसी भी मायनों में इन संस्थानों से कम भी नहीं है। यहां प्रवश जेईई के माध्यम से नहीं होता, बल्कि संस्थान का अपनी प्रवेश परीक्षा बीआईटीएसएटी के माध्यम से बच्चों को प्रवेश मिलता है। बीआईटीस पिलानी के अन्य दो कैम्पस गोवा और हैदराबाद में भी हैं। यह संस्थान आम श्रेणी के छात्रों की पसंद में काफी ऊपर भी होता है, क्योंकि यहां किसी भी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के लिए कोई आरक्षण नहीं है।
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआएसईसी), बेंग्लोर भी आईआईटी के अलावा एक बढ़िया विकल्प है। यह संस्थान वैसे भी गणित विषय के लिए ज्यादा जाना जाता है। इस संस्थान में जेईई और एनईईटी में बैठे छात्र प्रवेश पा सकते हैं।
- इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (आईआईएससीईआर) अपने शोध कार्य के लिए देश और दुनिया में खास प्रसिद्ध है। ऐसे छात्र जो शोध में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं वे इस संस्थान के 6 कैम्पसेस, बेहरामपुर, भोपाल, मोहाली, पुणे, तिरूवनंतपुरम और तिरूपति में प्रवेश पा सकते हैं। संस्थान में प्रवेश पाने के लिए तीन योग्यताओं में से किसी भी एक को पूरा करना जरूरी है, जेईई प्रवेश परीक्षा, किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना या फिर राज्य बोर्ड परीक्षा के 20 प्रतिशत छात्रों में से एक होना। इन सभी संस्थानों में ग्रेजुएशन प्रोग्राम में कुल 1662 सीटें उपलब्ध हैं।
इसके अलावा भी देश में कई ऐसे संस्थान और विश्वविद्यालय हैं, जिन्हें इंजीनियरिंग करने के इच्छुक छात्र विकल्प के तौर चुन सकते हैं। लेकिन छात्रों को कुछ खास बातों का ख्याल रखना चाहिए।
- रेंकिंग: अगर आप इंजीनियरिंग के लिए कोई संस्थान चुन रहें हैं तो इस बात का खास ख्याल रखें कि आप इस संस्थान या विश्वविद्यालय की एनआईआरएफ रेंकिंग जरूर देखें। आमतौर पर 50 रैंक तक के संस्थान बेहतर माने जाते हैं।
- सुविधाएं: किसी भी संस्थान में प्रवेश लेने से पहले आप उनमें मौजूद सुविधाओं जैसे कि कैम्पस, अन्य गतिविधियां, रीसर्च, स्कॉलरशिप, प्लेसमेंट और कॉरपोरेट इंटरेक्शन आदि का भी ख्याल रखें।
- फॉरेन एक्सचेंज प्रोग्राम: आजकल सभी अच्छे संस्थान फॉरेन एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बाहर के संस्थानों से भी संपर्क में रहते हैं। इससे छात्रों को विदेशों में भी अच्छी संभावनाएं मिलती हैं।
- फीस: ज्यादातर सरकारी और सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थानों और विश्वविद्यालयों में इंजीनियरिंग की प्रति सत्र फीस 40 से 60 हजार के बीच है। कई प्राइवेट और नामी संस्थानों के मुकाबले यह फीस बेहद कम है, जो कि एक बड़ा कारण है छात्रों के इन संस्थानों में प्रवेश की इच्छा रखने का।
- नए विषय: इंजीनियरिंग की पुरानी चली आ रहे क्षेत्रों के अलावा भी कई ऐसे नए विषय हैं, जो कई कॉलेज या संस्थान अपने छात्रों को मुहैया करा रहे हैं, इन्हीं में से एक है इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फाॅर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी। जहां छात्र कंप्यूटर साइंस के साथ बायो साइंस, डिजाइन, सोशल साइंस जैसे विषय मुहैया करा रहा है। साथ ही संस्थान कला क्षेत्र के छात्रों को भी इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों में कुछ सीटों पर प्रवेश दे रहा है।
एनआईआरएफ रैंकिंग
अगर बात रेंकिंग की है तो एक नजर नेशनल इंस्टीट्यूश्नल रेंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की इस लिस्ट पर डालते हैं, जिसमें देश के सर्वोत्तम 30 स्थानों पर आईआईटी के अलावा भी कई संस्थान हैं :
- #1 आईआईटी मद्रास
- #2 आईआईटी दिल्ली
- #3 आईआईटी बॉम्बे
- #4 आईआईटी कानपुर
- #5 आईआईटी खड़गपुर
- #9 एनआईटी तिरूचिरापल्ली
- #11 आईआईटी बीएचयू, वाराणसी
- #13 एनआईटी सूरथकाल
- #14 अन्ना विश्वविद्यालय
- #15 वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- #17 जादवपुर विश्वविद्यालय
- #19 एनआईटी वारंगल
- #20 अमृता स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, अमृतापुरी, केरल
- #23 एनआईटी कालीकट
- #27 विश्वैश्वर्या नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नागपुर
- #28 जामिया मिलिया इस्लामिया
- #29 थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला
- #30 बीआईटीएस पिलानी
अन्य नामी संस्थान एवं विश्वविद्यालय
- गुरु गोबिंद सिंह इंन्द्रापस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली
- एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
- दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रीयल टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मणिपाल
- नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी
- सरदार वल्लभभाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सूरत
- श्री शिवसुब्रमण्य नडार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, कांचीपुरम
- त्यागराज कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मदुरै
- इंद्रप्रस्था इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- इंदिरागांधी दिल्ली टेक्नीकल यूनिवर्सिटी फॉर वुमेन