जब बात होली की हो तो रंगों को भला कैसे भूला जा सकता है? लेकिन बाजार में उपलब्ध रंगों से हमारी त्वचा पर एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा वे हमारी आंखों, नाक और गले के लिए काफी नुकसानदेह हो सकते हैं। क्या आप भी चाहते हैं कि आपके रंगों से किसी को कोई नुकसान न हो? तो आइए बनाते हैं घर पर कैमिकल फ्री रंग, जिनसे आपकी होली और भी सेफ हो जाएगी।
लाल, नीला, पीला या गुलाबी कोई भी रंग हो, हमारी रसोई में इसे आराम से बना जा सकता है। ये रंग जितने किफायती हैं, उतने ही पर्यावरण अनुकूल भी। आइए देखते हैं, कैसे घर पर आप आसानी से होली के रंग बना सकते हैं।
कैसे बनाएं ये केमिकल फ्री होममेड नैचुरल रंग
1. खाने के रंगों से बनाएं सूखे रंग
सबसे पहले आप बाजार में उपलब्ध अलग-अलग फूड कलर्स खरीद लें। पीला और लाल रंग हमारी रसोई में भी उपलब्ध होता है। इसके अलावा आप हरा, बैंगनी और गुलाबी भी खरीद सकते हैं। फूड कलर या खाने वाले रंग तरल और पाउडर दोनों तरह से मिलते हैं। अब आप एक कटोरी रंग बनाने के लिए, उसमें एक कटोरी अरारोट या चावल का आटा लें। इसमें दो से तीन चुटकी या फिर कुछ बूंदें रंग की अच्छे से मिला लें। आप जितना चटक रंग बनाना चाहते हैं, पाउडर या बूंदों की मात्रा उतनी अधिक बढ़ा लें। अब इसमें थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी मिलाएं। थोड़ी गाढ़ी पेस्ट तैयार कर लें। जब यह पेस्ट तैयार हो जाए तो इसे दो दिन के लिए बिना हिलाए, सूखने के लिए रख दें। जब यह पेस्ट सूख जाती है तो इसमें दरारें पड़ने लग जाती हैं। अब आप इसके टुकड़े निकाल लें और उसे मिक्सी में बारीक पीस लें। आपका होली के लिए गुलाल तैयार हैं। आप इस रंग को बनाते समय अपनी पसंद की खुशबू भी मिला सकते हैं।
2. हल्दी है बढ़िया विकल्प
पीला या केसरी रंग बनाने के लिए आप हल्दी को बेसन के साथ 1:2 के अनुपात में भी मिला सकते हैं। पूरी तरह से प्राकृतिक होने की वजह से त्वचा के लिए नुकसानदायक भी नहीं होता, साथ ही बहुत कम समय में इसे घर पर आसानी से बनाया भी जा सकता है।
3. फूलों से महकाएं रंग
इसके अलावा सूखे रंग आप फूलों से भी बना सकते हैं। जैसे की लाल रंग के लिए हिबिस्कस के फूल, पीले रंग के लिए गेंदे और क्रिजेंथेमम के फूल, हरे रंग के लिए हीना या गुलमोहर की पत्तियां, काले रंग के लिए काला डालिया, काला ऑर्किड या काला लिली, नीले के लिए नीला हिबिस्कस या ऑर्किड, भूरे रंग के लिए चायपत्ती या कॉफी। इन्हें आप धूप में सूखाएं और फिर मिक्सी में इसे बारीक पाउडर के रूप में पीस लें। ऐसे आपके 100 प्रतिशत प्राकृतिक गुलाल तैयार हो जाएंगे। आप इनकी मात्रा बढ़ाने के लिए इनमें मैदा या अन्य आटा भी मिल सकते हैं।
4. फल-सब्जियां भी आएंगे काम
आप चाहें तो फल और सब्जियों से भी रंग बना सकते हैं। गुलाबी रंग पाने के लिए आप चुकंदर के कुछ टुकड़ों को मिक्सी में पीस लें। इस पेस्ट को धूप में सूखने के लिए रखें। अब इस पाउडर में आप मैदा मिलाकर गुलाबी रंग पा सकते हैं। इसके अलावा आप संतरे के छिल्कों को सूखा कर हल्का केसरी रंग भी बना सकते हैं।
5. गीले रंगों की निराली दुनिया
होली हो और गीले रंगों की बात न की जाए। यह तो हो ही नहीं सकता। आप प्राकृतिक तरीके से इन्हें बनाने के लिए आप रंगदार फूलों की मदद भी ले सकते हैं। पीला रंग बनाने के लिए आप गेंदे या पीले क्रिजेंथेमम के फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन्हें अच्छे से मसल कर इन्हें पानी में घोल लें। गुलाबी रंग बनाने के लिए एक पतीले पानी में चुकंदर के कुछ टुकड़े डालकर इन्हें उबाल आने दें। फिर इस पानी को ठंडा कर होली के लिए इस्तेमाल करें। हरे रंग के लिए आप पालक या हीना की पेस्ट बनाकर उसे भी पानी में घोल सकते हैं।
6. हर्बल गुलाल
इसे बनाने के लिए आप 2:1 के अुनपात में अरारोट और हल्दी पाउडर लें। अब इसमें सूखें हुए गेंदे के फूलों का पाउडर, 20 ग्राम संतरे के सुखाए हुए छिलकों का पाउडर डालें। इसे खुशबूदार बनाने के लिए आप इसमें 10 से 20 बूंदे असेंशियल ऑयल की डालें। इसे अच्छे से मिक्स करें। आपका खुशबूदार हर्बल गुलाल तैयार है।
7. फूलों वाली होली
इन सबके अलावा आजकल फूलों वाली होली भी काफी चलन में है। इसमें बिना कोई रंग बनाए। लाल, पीले, नीले और सफेद रंग के फूलों की पत्तियों का इस्तेमाल एक-दूसरे पर डालने के लिए किया जाता है। इस प्रकार की होली से किसी को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता।
यहां आपको प्राकृतिक तरीके से होली के लिए गुलाल और गीले रंग बनाने का तरीका बताया गया है। अब हम उम्मीद करते हैं कि आपकी होली सुरक्षित और रंगों से सराबोर रहेगी।